9/03/2011

Chahat

सब कुछ भूल जाना चाहती हूँ ....
न ज़िन्दगी को याद आना चाहती हूँ !!

न दिल न यादें कुछ नहीं है ज़िन्दगी में
बस अब 
कही जाकर सो जाना चाहती हूँ !!


न शौक बचे न अरमान रहे
दर्द कुरेद कर रो जाना चाहती हूँ !!

मुझको अपनी शरण में ले लो 'ओशो"
तुमको पाकर दुनिया को खो जाना चाहती हूँ !!

8/04/2011

Udaasi....

कोई तो जान से प्यारा होता है
            तन्हा हुए हम मगर---
ख्याल तुम्हारा होता है
बिखर के रह जाते हम
मगर------
तुम्हारी यादो का सहारा होता है
समझ कर देखो...
   उदासियाँ हमारी भी ,
प्यार बिना ----
   जीवन कितना अधुरा होता है........


Dard...

हमदर्द चाहा तो दोस्त भी न मिला
हम कहीं छूट गए दर्द ही दर्द मिला!

ये रिश्ते , ये प्यार, ये राज़ की बातें
समझ न पाए हम यार की बातें

क्या पता था है यह मजाक उनके लिए
हम तो असल में उन्हें दिल दे दिए !!

हम तो असल में उन्हें दिल दे दिए !!

Intezaar

वोह जाने जो करे इंतज़ार,
कैसे होता है यह मन बेक़रार,
हर पल उठते-गिरते सवाल,
नज़रो का तकना, पलकों का झपकना
खयालो में खो जाना होश का फाख्ता होना,

यह होता है इंतज़ार इंतज़ार और इंतज़ार !!